जहां 27 साल पहले मां के कंधों पर सजे थे सितारे, वहीं से बेटा लेफ्टिनेंट बना; भारतीय सेना में यादगार पल

जहां 27 साल पहले मां के कंधों पर सजे थे सितारे, वहीं से बेटा लेफ्टिनेंट बना; भारतीय सेना में यादगार पल

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जहां 27 साल पहले मां के कंधों पर सजे थे सितारे, वहीं से बेटा लेफ्टिनेंट बना; भारतीय सेना में यादगार पल



कैप्टन (रि.) स्मिता चतुर्वेदी ने बताया कि रजत का जन्म ठीक कारगिल युद्ध के बाद हुआ था। उस समय मेरी और रजत के पिता की रैंक कैप्टन थी। नामाकरण के समय पंडित जी को लगा कि कैप्टन हमारा सर नेम है।

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